RO (रिवर्स ऑस्मोसिस)
आरओ एक ऐसी वॉटर प्योरिफिकेशन टेक्नीक है जिसमें प्रेशर डालकर पानी को साफ किया जाता है। इस तकनीक में पानी में घुली अशुद्धियां, पार्टिकिल्स और मेटल खत्म हो जाते हैं। आरओ प्योरिफायर्स का इस्तेमाल उन इलाकों में करना चाहिए जहां पानी में टीडीएस (टोटल डिसॉल्व्ड सॉल्ट) हो यानी पानी खारा हो। मसलन बोरवेल के पानी के लिए या तटीय इलाकों के लिए आरओ प्योरिफायर सही है।
UV प्योरिफिकेशन
यूवी यानी अल्ट्रावॉयलट तकनीक से पानी में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस खत्म होते हैं। यह पानी में घुले क्लोरीन और आर्सेनिक को साफ नहीं कर सकता। इसका इस्तेमाल उन इलाकों में ही होना चाहिए जहां ग्राउंड वॉटर पहले से मीठा हो और सिर्फ बैक्टरिया को खत्म किए जाने की जरूरत हो। मसलन, पहाड़ी और कम प्रदूषण वाले इलाकों के लिए ठीक है। इसे तटीय इलाकों में या प्रदूषित शहरों में इस्तेमाल करना सही नहीं होगा।
यूवी (UV)
यूवी (UV) यूवी वाटर प्योरीफायर अभिकर्मकों, सूक्ष्मजीवों को मारने के लिए यूवी विकिरण का उपयोग करता है. यूवी विकिरण स्रोत ट्यूब के माध्यम से पानी को साफ करता है. यूवी वाटर प्योरीफायर को सॉफ्ट वाटर के लिए उपयोग करने की सलाह दी जाती है, जिसमें दूषित पदार्थ होते हैं.
यूएफ (UF)
यूएफ (UF) यूएफ का अर्थ है अल्ट्रा निस्पंदन (Ultra filtration) है. यूएफ वाटर प्योरीफायर में खोखले फाइबर से पिरोई हुई लड़ी वाली झिल्ली होती हैं. यूएफ अनावश्यक सामग्री, निलंबित ठोस पदार्थ और अन्य बड़े आणविक वजन वाली सामग्री को पानी से निकालता है जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती हैं. यूएफ वाटर प्योरीफायर बिजली के बिना भी काम करता है.
TDS (Total dissolved solids)
(टीडीएस) (टीडीएस) में अकार्बनिक लवण (मुख्यतः कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, बाइकार्बोनेट, क्लोराइड और सल्फेट्स) और कुछ छोटी मात्रा में कार्बनिक पदार्थ पानी में विघटित होते है और विशेष रूप से भूजल में, नाइट्रेट भी पानी में पाए जाते.
MEMBRONE
रिवर्स आॅसमोसिस वह प्रक्रिया है जिसमें जल को एक प्रेशर द्वारा एक अर्धपारगम्य झिल्ली (Semi Permeable Membarne) से पार कराया जाता है। इस प्रक्रिया में जल में उपस्थित अधिक सान्द्रता वाले विलेय तो झिल्ली के एक तरफ रह जाते हैं तथा शुद्ध जल झिल्ली को पार कर जाता है.
ALKALINE
क्षारीय पानी, जो शरीर में आसानी से अवशोषित हो जाता है, शरीर से विषाक्त पदार्थों और हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने की में मदद कर सकता है. क्षारीय पानी को किसी की संचार प्रणाली के प्रदर्शन में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है, जिसका अर्थ है कि रक्त की गुणवत्ता बेहतर होना और महत्वपूर्ण अंगों को अधिक ऑक्सीजन मिलना
COPPER
कॉपर चार्ज टेक्नोलॉजी एक अनोखी औषधि सम्बंधित तकनीक है, जो इलेक्ट्रोकेमिकल डिससॉल्यूशन द्वारा तांबे को पानी में मिलाने की प्रक्रिया पर आधारित है.
आपने कई लोगों को तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते देखा होगा और लोगों को कहते भी सुना होगा, कि तांबे के बर्तन में रखा पानी, स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद फायदेमंद होता है। क्या आप जानते हैं, तांबे के बर्तन में रखे पानी का सच ? अगर जानना चाहते हैं, इसके लाभदायक गुणों के बारे में
1)- तांबा यानि कॉपर, सीधे तौर पर आपके शरीर में कॉपर की कमी को पूरा करता है और बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं से आपकी रक्षा कर आपको पूरी तरह से स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है।
2)- तांबे के बर्तन में रखा पानी पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है। यह सभी प्रकार के बैक्टीरिया को खत्म कर देता है, जो डायरिया, पीलिया, डिसेंट्री और अन्य प्रकार की बीमारियों को पैदा करते
3)- तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती। ऑर्थराइटिस की समस्या से निपटने में भी तांबे का पानी अत्यधिक फायदेमंद होता है।
4)-इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबे कैंसर की शुरुआत को रोकने में मदद करता है और इसमें कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते है।
5)- पेट की सभी प्रकार की समस्याओं में तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। प्रतिदिन इसका प्रयोग करने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से निजात मिल सकती है।
6)-शरीर की आंतरिक सफाई के लिए तांबे का पानी कारगर होता है। इसके अलावा यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है और किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से निपटने में तांबे के बर्तन में रखा पानी लाभप्रद होता है।
7)-तांबा अपने एंटी-बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेट्री गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह शरीर के आंतरिक व बाह्य घावों को जल्दी भरने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
8)-तांबे में भरपूर मात्रा में मौजूद मिनरल्स थॉयराइड की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं। थॉयराइड ग्रंथि के सही क्रियान्वयन के लिए तांबा बेहद उपयोगी है।
9)-तांबे में उपस्थित एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व असमय बढ़ती उम्र के निशान को कम कर आपको जवां बनाए रखता है। इसके अलावा यह फ्री रैडिकल में भी लाभदायक है, जो त्वचा को झुर्रियों, बारीक लाइनों और दाग-धब्बों से बचाकर स्वस्थ और जवां बनाए रखता है।
10)-एनीमिया की समस्या होने पर तांबे में रखा पानी काफी लाभदायक होता है। यह भोज्य पदार्थों से आयरन को आसानी से सोख लेता है। जो एनीमिया से निपटने के लिए बेहद जरूरी है।
11)-तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से त्वचा पर किसी प्रकार की समस्याएं नहीं होती। यह फोड़े, फुंसी, मुंहासे और त्वचा संबंधी अन्य रोगों को पनपने नहीं देता जिससे आपकी त्वचा साफ और चमकदार दिखाई देती है।
12)-त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाने के लिए मेलानिन के निर्माण में तांबा अहम भूमिका निभाता है। मेलानिन त्वचा, आंखों एवं बालों के रंग के लिए जिम्मेदार तत्व होता है।
13)-तांबे का पानी पाचनतंत्र को मजबूत कर बेहतर पाचन में सहायता करता है। रात के वक्त तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह पीने से पाचन क्रिया दुरूस्त होती है। इसके अलावा यह अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मदददगार साबित होता है।
14)-दिल को स्वस्थ बनाए रखकर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर यह बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके अलावा यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है। यह वात, पित्त और कफ की शिकायत को दूर करने में मदद करता है।
15)-एनीमिया की समस्या होने पर तांबे में रखा पानी काफी लाभदायक होता है। यह भोज्य पदार्थों से आयरन को आसानी से सोख लेता है। जो एनीमिया से निपटने के लिए बेहद जरूरी है।
16)-मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है, और दिमाग तेज होता है।
सेडीमेंट फ़िल्टर – Sediment filter
सेडीमेंट फिल्टर का काम पानी से रेत, धूल और बड़े पार्टिकल को निकलने के लिए होता है।
कार्बन फ़िल्टर- Carbon filter
कार्बन फ़िल्टर का उपयोग पानी के कलर, गंदलापन(TURBIDITY) आदि को दूर करने के लिए किया जाता है।
कार्बन फ़िल्टर- Carbon filter
कार्बन फ़िल्टर का उपयोग पानी के कलर, गंदलापन(TURBIDITY) आदि को दूर करने के लिए किया जाता है।